कानपुर। शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के कानपुर पहुंचने पर सपा विधायक अभिषेक बाजपेई सहित अन्य पार्टियों के नेताओं को पुलिस ने उनके घर में नज़रबंद कर दिया है। अमिताभ बाजपेई ने मुख्यमंत्री से न मिलने देने पर कहा कि जमीनी हकीकत नहीं, चापलूसी सुनना चाहते हैं मुख्यमंत्री। गुस्साए विधायक ने कोरोना मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए अपना सिर मुंडवाकर पुलिस अधिकारी को ज्ञापन दिया।
उधर, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया कानपुर महानगर के अध्यक्ष आशीष चौबे को भी स्वरूप नगर पुलिस ने भारी पुलिस बल के साथ घर पर ही नजरबंद कर दिया है। वहीँ आशीष चौबे ने एसीपी महेंद्र सिंह को 3 सूत्री मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम का दिया। जिसमें यह मांग की गई कि इस कोरोना महामारी में जान गंवाने वाले गैर सरकारी जनों को भी उनके परिवार की जीविका के लिए मुआवजा राशि दी जाए, साथ ही इस महामारी में दवाओं की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कानून बनाकर कार्रवाई की जाए और इस आपदा में कफन चोरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करते हुए दंडित किया जाए।
इसके अलावा सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के रूट पर काले झंडे दिखाए गए। समाजवादी पार्टी के शहर अध्यक्ष डॉक्टर इमरान ने सपा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काले झंडे दिखाए। चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मियों ने सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है।
बता दें, हेलीकॉप्टर से चकेरी एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सीएम सर्किट हाउस के लिए रवाना हो गए। सर्किट हाउस में 15 मिनट रुकने के बाद मुख्यमंत्री कोविड कमांड सेंटर का निरीक्षण करने नगर निगम पहुंचे। उनके साथ औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना और सांसद सत्यदेव पचौरी भी मौजूद रहे।