कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर डी.आर सिंह के निर्देशन एवं निदेशक शोध डॉ एच जी प्रकाश के नेतृत्व में शोध निदेशालय में संचालित कास्ट एनसी परियोजना के अंतर्गत खाद्य एवं पोषण विभाग द्वारा मल्टीग्रेन दलिया का निर्माण किया गया है। निदेशक शोध डॉ एच जी प्रकाश ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रणाली को मजबूत करना होगा। इसके लिए आवश्यक है कि आहार एवं खानपान में बदलाव लाना होगा। संतुलित आहार लेने से प्रतिरक्षा प्रणाली को संक्रामक रोगों से खतरा कम हो जाता है। इसलिए हर व्यक्ति को प्रोटीन, विटामिंस, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि जो पोषक तत्व एक अनाज में होते हैं। वे जरूरी नहीं कि दूसरे अनाज में हों, इसलिए अलग-अलग अनाजों का सेवन करना चाहिए। जो हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं तथा वायरस के संक्रमण से बच सकें।
निदेशक शोध डॉ एच जी प्रकाश ने बताया कि इसी को ध्यान में रखते हुए कास्ट एनसी परियोजना के अंतर्गत खाद्य एवं पोषण विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ सीमा सोनकर एवं उनकी शोध टीम में सहयोगी डॉ प्रज्ञा एवं डॉ सुमन मौर्या के अथक प्रयासों के फलस्वरूप मल्टीग्रेन दलिया का निर्माण किया गया है। जो सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए लाभदायक है। इस दलिया में गेहूं के साथ जौं, बाजरा,रागी तथा अन्य पोषकीय अनाजों को सही अनुपात में मिलाकर बनाया गया है। डॉ प्रकाश ने बताया कि इस 100 ग्राम मल्टीग्रेन दलिया में 477 कैलोरी,16.63 ग्राम प्रोटीन, 96.09 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2.69 ग्राम फाइबर, 95.2 मिलीग्राम कैल्शियम, 4.67 मिलीग्राम आयरन, 2.44 ग्राम वसा के साथ फास्फोरस एवं ज़िंक पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसका सेवन संपूर्ण आहार के रूप में किया जा सकता है।उन्होंने इसके उपयोग के बारे में बताया कि इसे मीठे और नमकीन दोनों प्रकार से अपने स्वाद के अनुसार ले सकते हैं। मल्टीग्रेन दलिया को दूध/दाल/सब्जियों के साथ लेने से दोनों रूप में इसकी पौष्टिकता बढ़ जाती है। निदेशक शोध ने इसके लाभ के बारे में बताया कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल स्तर एवं शुगर को नियंत्रित करता है। तथा पाचन तंत्र को मजबूत करता है तथा मोटापा एवं हृदय रोगियों के लिए लाभकारी है। उन्होंने कहा कि मल्टीग्रेन दलिया के प्रयोग करने से घातक बीमारियों से लड़ने के साथ-साथ प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक है।