कानपुर नगर। आईआईटी के टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर, स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (SIIC) ने एडवांस्ड वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड के साथ एक सीएसआर (CSR) समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जो आयुध निर्माणी बोर्ड को पूरी तरह से सरकारी स्वामित्व वाले उद्यमों में परिवर्तित करके गठित सात नए रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों में से एक है।
प्रोफेसर-इन-चार्ज, इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन, आईआईटी कानपुर प्रोफेसर अंकुश शर्मा और अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, AW&EIL, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री राजेश चौधरी ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर पीयूष मिश्रा, मुख्य परिचालन और वित्तीय अधिकारी, SIIC, IIT कानपुर, योगी श्रीवास्तव, महाप्रबंधक और कंपनी सचिव, SIIC, IIT कानपुर और अखिलेश कुमार मौर्य, संचालन निदेशक, AW&EIL, बिस्वजीत प्रधान, निदेशक मानव संसाधन, एडब्ल्यूएंडईआईएल, मनीष कुमार सिंह, कंपनी सचिव, एडब्ल्यूएंडईआईएल उपस्थित थे।
एसआईआईसी (SIIC) और एडब्ल्यूएंडईआईएल (AW&EIL) के बीच साझेदारी का उद्देश्य स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को वित्तीय सहायता प्रदान करना और AW&EIL, आयुध निर्माणी की CSR नीति के तहत आईआईटी (IIT) कानपुर में नई तकनीक, ज्ञान और नवाचार-आधारित स्टार्टअप के इन्क्यूबेशन को बढ़ावा देना है। इस साझेदारी का अपेक्षित परिणाम देश की समग्र वृद्धि और प्रगति है, इस सहयोग से उभरने वाले स्टार्टअप के सामान्य रूप से अर्थव्यवस्था और समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने की संभावना है।
इस सहयोग पर बात करते हुए प्रो. अंकुश शर्मा ने कहा, एसआईआईसी और एडब्ल्यूएंडईआईएल के बीच साझेदारी दोनों संगठनों की विशेषज्ञता और संसाधनों को आईआईटी, कानपुर में अत्याधुनिक तकनीक पर केंद्रित स्टार्ट-अप्स पोषित करने के लिए आकर्षित करेगा । व्यापक वित्तीय और अवसंरचनात्मक समर्थन के प्रावधान के माध्यम से, इस साझेदारी का उद्देश्य उन उच्च-क्षमता वाले स्टार्ट-अप्स के विकास को बढ़ावा देना है। जो नवाचार को प्राथमिकता देते हैं और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करते हैं। इस सहयोग का प्रत्याशित परिणाम एक गतिशील स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करना है जो प्रभावशाली अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देगा, रोजगार के अवसर पैदा करता रहेगा और भारत को वैश्विक मंच पर एक अग्रणी प्रवर्तक के रूप में स्थापित करेगा।