कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कृषि रसायन एवं मृदा विज्ञान विभाग में आशुतोष मुखर्जी फेलो के अंतर्गत डॉ. अरविंद कुमार सक्सेना बायोडिग्रेडेबल पॉलीमर आधारित माइक्रोन्यूट्रिएंट्स पर शोध कार्य करेंगे। जिससे कि मृदा एवं खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता में वृद्धि होगी जो कि कुपोषण को दूर करने में सहायक सिद्ध होगी। यह फेलोशिप डॉक्टर सक्सेना को अखिल भारतीय विज्ञान संस्थान कोलकाता के द्वारा उनकी उत्कृष्ट वैज्ञानिक उपलब्धियों के आधार पर प्रदान की गई है। इसके पूर्व डॉ. सक्सेना रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के कानपुर स्थित प्रयोगशाला के डी एम एस आर डी ई से निदेशक एवं उत्कृष्ट वैज्ञानिक के पद से वर्ष 2015 में सेवानिवृत्त हुए हैं। डॉक्टर सक्सेना ने वर्ष 2015 से 2018 तक निदेशक, सामान्य विज्ञान विभाग, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी में भी कार्य किया है। डॉ. अरविंद कुमार सक्सेना अपने अनुभवों से शोध छात्र-छात्राओं को भी लाभान्वित करेंगे। उनके अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त जर्नल्स में 100 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं।तथा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी 50 से भी अधिक डिफेंस रिलेटेड टेक्नोलॉजी का पेटेंट भी कराए हैं और उन्होंने 20 से अधिक तकनीक को विभिन्न इंडस्ट्री को दी। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर डी.आर. सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है। इसी प्रकार से अन्य तकनीक पर शोध कार्य होंगे। जिससे किसान आत्मनिर्भर बन अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकेंगे।
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