कौशांबी। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एवम सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बुधवार को कहा कि बिहार विधानसभा में हमला लोकतंत्र पर हमला है। उन्होंने बिहार विधानसभा में हुए बवाल को लोकतंत्र के लिए शर्मनाक व निंदनीय घटना बताया। जिले के करारी कस्बा में सपा के जिला महासचिव मौला बख़्श के घर नवदंपति को आशीर्वाद देने पहुंचे थे। जिले में कई स्थानों पर उन्होंने पार्टी के लोगो से मुलाकात की। मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ये जो बिहार में हो रहा हैं, ये शर्मनाक घटना हैं, निंदनीय हैं। महिला सदस्या को उठा कर बाहर फेंक दिया गया, विधायक को किस तरह से लोगो ने मारा हैं। अगर ये सीमा लोकतंत्र में होगी, तो ये समझ लो नही चल पाएगा। इसके बाद तो जनता ही है, अगर जनता में उबाल आ जायेगा तो सोचो कैसे संभाली जाएगी चीज़े।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार में लोकतंत्र की सब मर्यादाओं की धज्जियां उड़ गई हैं। क्या मुख्यमंत्री की ये भाषा हो सकती है कि ठोक दो, तो सोचो पुलिस क्या करेगी। उसी का परिणाम है कि लॉ एंड ऑर्डर सब से ज्यादा खराब हो गया है। आये दिन बेटियों के साथ घटनाए हो रही हैं। आये दिन लोग सताए जा रहे हैं। आये दिन जो लोगो के साथ व्यवहार हो रहा है, उसकी कल्पना नही की जा सकती है। सपा सरकार ने जनता को जो व्यवस्था पुलिस की दी थी डायल 100 का भी नाम बदल दिया, डायल 112 कर दिया। क्या सुधार किया। उन्होंने आगे कहा जो माहौल है जनता इनका सफाया करेगी। ये सरकार घबरा रही है किसानों से। तभी देखा होगा आप ने इनके प्रदेश अध्यक्षजहाँ जाते हैं, उनका काले झंडों से स्वागत होता है। जनता इनके खिलाफ खड़ी हैं। सरकार अपनी नियत साफ नही कर रही है। इसीलिये पंचायत चुनाव को लेकर कभी हाईकोर्ट, कभी सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ रहा है। प्रदेश के तीन IPS अफसरों को अनिवार्य सेवा निवृति दिए जाने के मामले पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सरकार को आड़े हाथो लेते हुए कहा है कि ईमानदारी की ऐसी सजा मिलेगी जो किसी ने सोची भी नहीं होगी। उन्होंने कहा सपा अपने दम पर अकेले चुनाव लड़ेगी। छोटे दलों के लिए रास्ता हमेशा खुला रहेगा।