कानपुर। एमएसएमई और नंदी स्वयं सहायता समूह विकास संघ की ओर से शनिवार को इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स विषय पर नेशनल वेबिनार का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स, एमएसएमई सेक्टर से जुड़े कारोबारी और महिला उद्यमियों ने शिरकत की। एमएसएमई के असिस्टेंट डायरेक्टर नीलेश त्रिवेदी ने पेटेंट प्रॉसेस, कॉपीराइट, ट्रेडमार्क और एमएसएमई की योजनाओं की जानकारी दी। आईआईटी कानपुर के रिसर्च इस्टेबलिशमेंट ऑफिसर रवि पांडेय ने पेटेंट के कॉमर्शियल उपयोग की जानकारी दी। टाई यूपी की एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अंकिता द्विवेदी ने सत्र का संचालन किया। वेबीनार में आशुतोष सिंह, सौम्य शुक्ला, प्रकाश द्विवेदी, आदित्य समेत कई लोग जुड़े रहे।
आइडिया का पेटेंट जरूरीएमएसएमई के असिस्टेंट डायरेक्टर नीलेश त्रिवेदी ने बताया कि किसी भी आइडिया को पेटेंट कराना जरूरी है। ऐसा करके आप अपने आइडिया को सुरक्षित कर सकते हैं। पेटेंट कराने में भारत सरकार की सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय आपकी मदद करेगी। उन्होंने बताया कि अगर आपका आइडिया इनोवेटिव है और उसका असर व्यापक है तो आपको उसका पेटेंट जरूर कराना चाहिए। इस मामले में भारत अब तक दुनिया के अन्य देशों से काफी पीछे था, लेकिन अब इसमें काफी तेजी आई है। 2016 में पेटेंट पॉलिसी आने के बाद से हमारे युवाओं ने काफी तेजी से पेटेंट कराना शुरू कर दिया है।
उद्यम पोर्टल पर कराएं रजिस्ट्रेशनत्रिवेदी ने बताया कि एमएसएमई सेक्टर के कारोबार का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है। केंद्र सरकार ने इसके लिए उद्यम नाम से वेबसाइट लॉन्च की है। इसपे कोई भी अपने कारोबार का रजिस्ट्रेशन करा सकता है। अगर आप भी इस पोर्टल पर अपने छोटे बिजनेस को रजिस्टर कराएं तो आपको ढेर सारी सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकता है।
सरकार ने एमएसएमई सेक्टर के लिए कई रिफॉर्म और लोन स्कीम शुरू की हैं। आपको उद्यम रजिस्ट्रेशन के बाद बिना गारंटी वाला लोन मिल सकता है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास अधिनियम, 2006 के तहत रजिस्टर्ड छोटे और मध्यम उद्यमों को पेटेंट रजिस्ट्रेशन और इंडस्ट्रियल प्रमोशन के लिए भारी सब्सिडी मिलती है। रजिस्टर्ड उद्यम को क्रेडिट गारंटी ट्रस्ट फंड स्कीम के तहत ओवरड्राफ्ट का भी लाभ मिलता है। ओवरड्राफ्ट की लिमिट अलग-अलग बैंकों में कम-ज्यादा होती है।
अब पूरे देश में कहीं से भी करा सकते हैं पेटेंटआईआईटी कानपुर के रिसर्च इस्टेबलिशमेंट ऑफिसर रवि पांडेय ने बताया कि अब पेटेंट फाइल होने में महज 6 से 7 महीने लग रहे हैं। खास बात ये है कि देश में कहीं से भी अब पेटेंट कराया जा सकता है। पहले जिस प्रदेश में आप रहते थे वहीं से केवल पेटेंट कराने का ऑप्शन था। पांडेय ने बताया कि किसी को भी आइडिया बताने से पहले उनसे समझौता जरूर करना चाहिए। इससे आपका आइडिया चोरी होने से बच सकता है। फोन पर या मौखिक तौर पर आइडिया शेयर नहीं करना चाहिए।
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