कानपुर। आईआईटी कानपुर और जेके सीमेंट लिमिटेड ने स्कूल ऑफ मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी (एसएमआरटी) की स्थापना के लिए संस्थान की महत्वाकांक्षी पहल के तहत परिसर में एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की स्थापना के क्षेत्र में सहयोग करने के लिए मंगलवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। जेकेसीएल ने अपने सीएसआर फण्ड के रूप में 60 करोड़ रुपये के वित्तपोषण के साथ इस पहल का समर्थन करने की सहमति दी है।
एमओयू पर प्रोफेसर अभय करंदीकर, निदेशक आईआईटी कानपुर और डॉ. राघवपत सिंघानिया, प्रबंध निदेशक, जेके सीमेंट लिमिटेड ने निधिपति सिंघानिया (उपाध्यक्ष, जेके संगठन और निदेशक जेके सीमेंट लिमिटेड), माधवकृष्ण सिंघानिया (उप प्रबंध निदेशक और सीईओ, जेके सीमेंट लिमिटेड), अजय कुमार सरावगी (उप प्रबंध निदेशक और सीएफओ, जेके सीमेंट लिमिटेड) आईआईटी कानपुर से प्रोफेसर एस गणेश (उप निदेशक), प्रोफेसर जयंत कुमार सिंह (डीन, संसाधन और पूर्व छात्र), कपिल कौल (सीईओ, आईआईटीके डेवलपमेंट फाउंडेशन) और जेके सीमेंट लिमिटेड के अन्य वरिष्ठ प्रबंधन व्यक्तियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गये ।
आईआईटी कानपुर के 1975 बीटेक सिविल इंजीनियरिंग के पूर्व छात्र यदुपति सिंघानिया और कानपुर और भारत में व्यापार के विकास में योगदान के साथ एक उत्कृष्ट व्यवसायी नेता के योगदान का सम्मान करने के लिए प्रस्तावित अस्पताल का नाम ‘यदुपति सिंघानिया मेमोरियल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल’ रखा गया है। उनके नेतृत्व में, जेकेसीएल 3 बिलियन डॉलर से अधिक के बाजार पूंजीकरण और देश भर में कई हजार लोगों को रोजगार देने के साथ देश में 15 मिलियन टन की क्षमता वाली अग्रणी सीमेंट निर्माण कंपनी बन गई है।
प्रोफेसर अभय करंदीकर, निदेशक आईआईटी कानपुर ने इस मौके पर कहा कि, हम एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की स्थापना के लिए जेके सीमेंट लिमिटेड (JKCL) के उदार योगदान के लिए बेहद आभारी हैं, जो कानपुर के निवासियों के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों के लोगों को भी लाभान्वित करेगा। प्रस्तावित अस्पताल मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी स्कूल से जुड़ा होगा और चिकित्सा अनुसंधान और प्रौद्योगिकी में आईआईटी कानपुर के नवाचारों को चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। स्कूल ऑफ मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी (SMRT) का अस्पताल का हिस्सा, कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत पंजीकृत ‘मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन (FMRT)’ नामक एक सेक्शन 8 कंपनी द्वारा संचालित किया जाएगा।
एसएमआरटी परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। परियोजना के पहले चरण में लगभग 7,00,000 वर्ग फुट के कुल निर्मित क्षेत्र के साथ 400 बेड का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, अकादमिक ब्लॉक, आवासीय / छात्रावास और सर्विस ब्लॉक की स्थापना शामिल होगी। एसएमआरटी का पहला चरण चिकित्सा के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) भी स्थापित करेगा। परियोजना के पहले चरण को अगले 3-5 वर्षों में पूरा करने की योजना है। एसएमआरटी परियोजना के दूसरे चरण में अस्पताल की क्षमता 1000 बिस्तरों तक बढ़ जाएगी, साथ ही क्लिनिकल विभागों/केंद्रों, अनुसंधान क्षेत्रों में विस्तार, पैरामेडिकल विषयों, वैकल्पिक चिकित्सा, अस्पताल प्रबंधन, खेल चिकित्सा और सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों को शामिल किया जाएगा। एसएमआरटी परियोजना के दूसरे चरण को 7-10 वर्षों की अवधि में पूरा करने की योजना है।