के. एम. भाई
दिलों में जुनून है
और जुबां पे इन्कलाब
सलामी के लिए उमड़ा है
बादलों का ये सैलाब …
याद करके बलिदान तुम्हारा
जश्न में डूबा है वतन सारा
हर जुबां पे होगा
इन्कलाब का नारा…
जोश में भीगा है रक्त हमारा
आज इंकलाबियों से सजेगा घर हमारा..
दिलों में जूनून होगा
और जुबाँ पे इंकलाब का नारा …
इन्कलाब का नारा…
इन्कलाब का नारा…
–शहीद दिवस के अवसर पर भगत सिंह, सुखदेव , राजगुरु, की शहादत को शत शत नमन !