कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की संकाय कमेटी हाल में मंगलवार को एक दिवसीय शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं के लिए एक्स्ट्रा मोरल लेक्चर का वन्यजीवों का पर्यावरण संरक्षण में योगदान विषय पर आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में विशेषज्ञ प्राणी उद्यान के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ नासिर ने जंगली जीव जंतु एवं पेड़ पौधों का देश के विकास में योगदान पर विशेष चर्चा की।
उन्होंने बताया कि वन्य जीव संरक्षण जंगली पौधे और पशु प्रजातियों और उनके निवास स्थान की रक्षा करने की प्रथा है। वन्यजीव पर्यावरण संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और प्रकृति के विभिन्न प्राकृतिक प्रक्रियाओं को स्थापित प्रदान करते हैं। वन्य जीव हमारे पर्यावरण के लिए बहुत ही आवश्यक है क्योंकि इनके रहने से एक संतुलन बना रहता है। उन्होंने बताया कि वन्य जीव संरक्षण के लक्ष्य को सुनिश्चित करने के लिए हमें प्रकृति के आसपास एक ऐसी व्यवस्था कायम करनी होगी जिससे प्रेरित होकर हमारे भविष्य की पीढ़ियां प्रकृति एवं वन्यजीवों को बचाने का संकल्प ले सके और इससे इसके महत्व को अपने आगे आने वाली पीढ़ियों को भी बता सकें। उन्होंने शेर, बाघ, तेंदुआ एवं चीता आज जानवरों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर छात्रों एवं संकाय सदस्यों द्वारा पूछे गए प्रश्न के विशेषज्ञों द्वारा उत्तर भी दिए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉक्टर धर्मराज सिंह एवं कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. एच. जी. प्रकाश, निदेशक शोध तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. करम हुसैन निदेशक प्रशासन एवं मॉनिटरिंग सहित अन्य छात्र एवं संकाय सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. आनंद स्वरूप श्रीवास्तव किया।