गरिमा शुक्ला
कुंडली में सूत्र के कमजोर होने से पद, पिता और प्रतिष्ठा संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्योतिषाचार्य की माने तो कुंडली में यदि सूर्य कमजोर है तो इन तीनों ही समस्याओं का सामना लगातार करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में सूर्य को प्रबल करने के लिए किए जाने वाले छोटे-छोटे उपाय विभिन्न समस्याओं को धीरे धीरे कर कम करती हैं।
ज्योतिषाचार्य एवं कर्मकांड विशेषज्ञ पंडित उत्तम तिवारी ने जानकारी दी कि कुंडली में सूर्य कमजोर होने पर सामाजिक तौर पर व्यापार में घाटा, नौकरी में पदोन्नति की समस्या, पिता के स्वास्थ्य संबंधी समस्या सहित अन्य समस्याएं लगातार आती रहती हैं। इन लक्षणों को देखते ही जातक को सूर्य संबंधी उपाय किया जाना चाहिए। सूर्य का उपाय करने के लिए सप्ताह में रविवार का दिन बेहद खास होता है। ऐसे में सूर्य की उपासना के लिए सप्ताह के रविवार का दिन चुनना चाहिए।
उपाय से यह होता है लाभ
कुंडली में सूर्य के कमजोर होने से अन्य ग्रहों की चमक भी प्रभावित होने लगती है। ऐसी मान्यता है कि सूर्य अपने प्रकाश से कुंडली में मौजूद सभी ग्रहों को प्रकाशित करता है। ऐसे में सूर्य का प्रकाश यदि कमजोर है तो कुंडली में मौजूद अन्य ग्रह भी सूर्य के कमजोर होने की वजह से प्रभावित होंगे। ऐसे में यदि कुंडली में मारकेश, शनि की साढ़ेसाती, कालसर्प योग सहित अन्य बड़े योग ना हो तो सूर्य का पूजन करने से कुंडली के अन्य ग्रहों को भी सामान्य किया जा सकता है।
यह करें उपाय
-व्यापारिक प्रतिष्ठान में गणेश जी पर चढ़ी हुई दूब को अपने दुकान पर पैसे रखने वाले स्थान पर रविवार के दिन रखने से व्यापार में धीरे-धीरे तरक्की होना शुरू हो जाएगी।
-रविवार के दिन सूर्य देव को जल दान किए जाने से भी लाभ हासिल होगा। सूर्य देव को जल देते समय जल में लाल सिंदूर और थोड़ा सा गुण मिला देने से उपाय प्रबल हो जाएगा।
-व्यापारिक प्रतिष्ठान में पिले कपड़े में बांधकर चांदी का सिक्का कौड़ी और गोमती चक्र को रखने से व्यापार में लगातार हो रहे घाटे से बचा जा सकता है।
-रविवार और मंगलवार में से किसी एक दिन गाय को गुड़ चना या फिर फल खिलाने से व्यापार में आने वाले संकट को आसानी से दूर किया जा सकता है।
-आदित्य हृदय स्त्रोत का 42 दिन पाठ करने से व्यापार में आने वाली समस्याओं को दूर किया जा सकता है। यह पाठ यदि सूर्य की रोशनी में किया जाए तो अधिक लाभकारी साबित होगा।