नई दिल्ली। किसानों को स्थान विशिष्ट ‘मांग आधारित टेली कृषि सलाह’ देने के लिए, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन (डीआईसी) ने बुधवार को कृषि भवन में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीएआरई के सचिव और आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्रा, डीएआरई के अतिरिक्त सचिव और आईसीएआर के सचिव संजय कुमार सिंह और डीआईसी के प्रबंधक निदेशक और सीईओ अभिषेक सिंह ने की।
इस अवसर पर आईसीएआर के उप महानिदेशक (कृषि विस्तार) डॉ. ए.के. सिंह, डीआईसी के वरिष्ठ निदेशक (अनुसंधान) डॉ. विनय ठाकुर, आईसीएआर के सहायक महानिदेशक (आईसीटी) डॉ. अनिल राय, आईसीएआर के सहायक निदेशक सामान्य (कृषि विस्तार) डॉ. रणधीर सिंह पोसवाल, डीआईसी के पीआर अनुसंधान वैज्ञानिक डॉ. टीएस अनुराग और डीआईसी के पीआर सॉफ्टवेयर डेवलपर के अंशुल पोरवाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
एमओयू का उद्देश्य डीआईसी के मौजूदा इंटरएक्टिव इंफॉर्मेशन डिसेमिनेशन सिस्टम (आईआईडीएस) प्लेटफॉर्म को आईसीएआर के प्रस्तावित किसान सारथी कार्यक्रम के साथ एकीकृत करना और आईसीएआर नेटवर्क के माध्यम से उसे लागू कर देश भर में बड़ी संख्या में किसानों तक पहुंचाना है। शुरूआत में आईसीएआर में इंटरएक्टिव इंफॉर्मेशन डिसेमिनेशन सिस्टम (आईआईडीएस) तैनात किया जाएगा जो एक पुश-एंड पुल-आधारित प्रणाली है, जिसमें मोबाइल फोन का उपयोग करके किसानों से कृषि संबंधी जानकारी प्राप्त की सकेगी। वर्तमान में आईआईडीएस प्लेटफॉर्म को पूर्वोत्तर राज्यों, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में तैनात किया गया है। जिसे आईसीएआर के साथ इस समझौता ज्ञापन के साथ पूरे देश में विस्तारित किया जाएगा।
डीआईसी अपेक्षित आईसीटी प्लेटफॉर्म के विकास, होस्टिंग और प्रबंधन के लिए सहयोग के साथ-साथ संपूर्ण तकनीकी समाधान प्रदान करेगा। आईसीएआर कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके), विभिन्न डोमेन विशिष्ट अनुसंधान संस्थानों और कृषि विश्वविद्यालयों के नेटवर्क आदि के रूप में अपने विस्तार सेवा नेटवर्क के माध्यम से चरणबद्ध तरीके से पूरे संचालन का प्रबंधन और निगरानी करेगा।