नई दिल्ली। भाजपा की ओर से उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार की घोषणा के बाद अब विपक्ष ने भी अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। विपक्ष की ओर से कांग्रेस नेता मार्गरेट अल्वा उपराष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार होंगी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार ने कहा, अल्वा मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। पवार ने कहा कि कुल 17 दलों ने सर्वसम्मति से अल्वा को मैदान में उतारने का फैसला किया है और तृणमूल कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी के समर्थन से वह कुल 19 पार्टियों की संयुक्त उम्मीदवार होंगी। कर्नाटक में 14 अप्रैल 1942 को मंगलुरू में जन्मी 80 साल की मार्गरेट अल्वा का लंबा राजनीतिक करियर रहा है। कांग्रेस सांसद रहते हुए वो केन्द्र सरकार में चार बार महत्वपूर्ण महकमों की राज्य मंत्री भी रह चुकी हैं।
कांग्रेस की नेता मार्गरेट अल्वा 1974 में पहली बार सांसद बनीं। राज्यसभा और लोकसभा को मिलाकर कुल पांच बार संसद सदस्य रहीं। 1999 में उत्तर कन्नड़ से लोकसभा चुनाव जीती थीं। केंद्र में यूपीए की सरकार के दौरान 6 अगस्त 2009 को उन्हें उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया गया। इसके बाद आगे चलकर उन्हें गुजरात, राजस्थान का राज्यपाल भी बनाया गया। किसी महिला की ओर से सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में किए गए अहम योगदान के लिए उन्हें 2012 में मर्सी रवि अवार्ड से सम्मानित किया गया था।