कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर एवं राष्ट्रीय परिरक्षण और अंश शोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड गुरुग्राम हरियाणा के संयुक्त तत्वाधान में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला के प्रत्यायन (एक्रीडिटेशन) के लाभों विषयक पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम डीएनजी द ग्रैंड होटल गुरुदेव कानपुर में किया गया। इस अवसर पर एनएबीएल के उपनिदेशक डॉ. पंकज गोयल ने कहा कि एनएबीएल भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत स्वायत्त निकाय है तथा प्रयोगशालाओं की गुणवत्ता और तकनीकी क्षमता का आकलन करती है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने एन एबीएल को प्रयोगशालाओं के प्रत्यायन (एक्रीडिटेशन) के रूप में अधिकृत किया है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि निदेशक प्रसार/ समन्वयक डॉ. ए.के. सिंह ने कृषि वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा कि मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं का प्रत्यायन (एक्रीडिटेशन) होने से एनएबीएल का लोगो प्राप्त हो जाता है। साथ ही मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं में सभी सुविधाएं आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य धरा, खेत हरा। इस अवसर पर डॉ. अनिल सचान, डॉ. अखिलेश मिश्र, नितिन गर्ग, डॉक्टर नीलिमा कुंवर सहित 80 से अधिक विश्वविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों ने प्रतिभाग किया।