नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक पत्र लिखकर देश में ईवीएम के स्थान पर मतपत्र से चुनाव कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर यह मांग नहीं मानी जा सकती, तो उन्हें इच्छामृत्यु की इजाजत दी जाए।
राष्ट्रीय मतदाता जागृति मंच के अध्यक्ष नंद कुमार बघेल ने राष्ट्रपति को भेजे पत्र में लिखा है, ‘देश के नागरिकों के सभी संवैधानिक अधिकारों का व्यापक स्तर पर हनन हो रहा है और लोकतंत्र के तीनों स्तंभ-विधायिका, न्यायपालिका तथा कार्यपालिका को तबाह किया जा रहा है। मीडिया भी लोकतंत्र के इन तीनों स्तंभ के अंतर्गत काम कर रही है। लेकिन देश के नागरिकों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा। नागरिकों में एक डर का माहौल है।
उन्होंने संदेह जताते हुए कहा है कि लोकतंत्र में मतदान का अधिकार सर्वोच्च अधिकार है और इसके लिए ईवीएम का इस्तेमाल हो रहा है। कोई भी राष्ट्रीय या आंतरिक संस्था या सरकार ईवीएम को शत-प्रतिशत सही नहीं बता सकते। इसके बावजूद भारत में चुनाव इन मशीनों के इस्तेमाल से हो रहे हैं, जिससे मेरे वोट के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। इसकी कोई गारंटी नहीं है कि मेरा वोट उन्हीं के पास जाएगा, जिनके लिए मैंने ईवीएम का बटन दबाया है।
विकसित देशों का दिया उदाहरण
निर्वाचन आयोग और केंद्र सरकार का संवैधानिक कर्तव्य एवं दायित्व है कि वे चुनाव में मतदान तथा मतगणना की ऐसी पारदर्शी व्यवस्था लागू करें। जिसका मूल्यांकन जनता और मतदाता स्वयं कर सकें। उन्होंने लिखा है, बैलेट पेपर और बैलेट बॉक्स चुनाव की ऐसी ही व्यवस्था है जो दुनिया के तमाम विकसित देशों में अपनाई जा रही है। वे देश तकनीक में हमसे बहुत आगे हैं, फिर भी अपने नागरिकों के विश्वास के लिए मतपत्र और मतदान पेटी से ही चुनाव कराते हैं। हमारे देश की संवैधानिक संस्थाएं लोकतंत्र में जनता का विश्वास कायम रखने में पूर्णतः विफल होती जा रही हैं और इस मामले में किसी भी प्रकार की कोई सुनवाई करने को तैयार नहीं है।
मतदाता दिवस पर की इच्छामृत्यु की मांग
ऐसी परिस्थितियों में जब उनके सभी अधिकारों का हनन हो रहा है तो उनके जीने का उद्देश्य ही समाप्त होता जा रहा है। नंद कुमार बघेल ने लिखा, माननीय राष्ट्रपति जी आपने संविधान की रक्षा की शपथ ली है, लेकिन मेरे संवैधानिक अधिकारों की रक्षा नहीं हो पा रही है जिसके चलते मेरे पास इच्छामृत्यु के अलावा कोई विकल्प शेष नहीं रहा। उन्होंने आगे कहा, अगर ईवीएम की जगह बैलट पेपर से मतदान संभव नहीं है तो मुझे इस महीने 25 तारीख को राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर इच्छामृत्यु करने की अनुमति प्रदान की जाए।