Breaking News

आईआईटी ने भारत में टॉय क्लस्टर्स को पोषित करने के लिए एमएसएमई से की साझेदारी

कानपुर। आईआईटी, इन दिनों अनुकूल शैक्षिक परिणामों की सुविधा के लिए डिजाइन किए गए नवीन विचारों के केंद्र के रूप में उभर रहा है। इसके प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर के हालिया विकास क्रम में, फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड रिसर्च इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (जिसे ब्रांड नाम, एसआईआईसी आईआईटी कानपुर के नाम से जाना जाता है) ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के साथ एमएसएमई डिजाइन योजना और खिलौना समूहों के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए साझेदारी की है। 

हाल ही में, फाउंडेशन ऑफ रिसर्च एंड इनोवेशन इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (FIRST- IITK) आईआईटी कानपुर के पांच उद्यमों को स्थायी शैक्षिक खिलौनों के प्रोटोटाइप विकास के लिए PMAC (प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग एंड एडवाइजरी कमेटी) की मंजूरी और MSME डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट से अनुदान मिला है। अनुदान प्राप्त करने वालों में कानपुर फ्लावर रिसाइक्लिंग प्राइवेट लिमिटेड (KFPL) (https://phool.co/) – FIRST की स्नातक कंपनी है। फूल ने नियमित चमड़े (जानवरों की खाल से बने) को फूलों के कचरे से बने चमड़े से बदलने के लिए एक प्रोटोटाइप विकसित किया है, जिसका नाम ‘फ्लेदर’ है। प्रोटोटाइप पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ है, रसायनों से मुक्त है, और पशु क्रूरता को प्रेरित नहीं करता है। विकसित प्रोटोटाइप की प्रशंसा करते हुए वी. के. वर्मा, संयुक्त निदेशक, एमएसएमई विकास संस्थान, कानपुर ने उल्लेख किया, ‘फ्लेदर अपनी पशु-मुक्त और पर्यावरण-अनुकूल विशेषताओं के माध्यम से चमड़ा उद्योग को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा। इस तरह के पर्यावरण के अनुकूल नवाचार समय की आवश्यकता है।’ इसके अलावा, उन्होंने मंत्रालय द्वारा विभिन्न अन्य योजनाओं के माध्यम से भविष्य में ऐसे उद्यमों और उनके नवीन विचारों का समर्थन करने की इच्छा भी व्यक्त की है।

डिजाइन कार्यक्रम, आकर्षक हस्तक्षेपों के माध्यम से अनुकूल शैक्षिक परिणामों को पोषित करने और खिलौनों और खेलों के लिए नवीन विचारों का समर्थन करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। इस पहल पर टिप्पणी करते हुए, प्रोफेसर अमिताभ बंद्योपाध्याय, प्रोफेसर-इन्चार्ज, इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन, आई आई टी (IIT) कानपुर ने कहा कि, ‘डिजाइन कार्यक्रम भारत में शिक्षा में क्रांति लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम ऐसी पहलों का समर्थन करने के लिए तत्पर हैं जो एक शिक्षार्थी के अन्दर नयी सोच, निर्णय लेने छमता और संबद्ध कौशल विकसित करती हैं और सीखने को प्रोत्साहित करती हैं।’

बता दें, आई आई टी (IIT) कानपुर की टीम मेकर्स क्लान ने अपने बोर्ड गेम ‘चेमिस्ट्री’ के लिए ‘टॉयकैथॉन 2021’ जीता। टीम का नेतृत्व प्रो. शतरूपा टी. रॉय, मानविकी और सामाजिक विज्ञान एवं डिजाइन कार्यक्रम विभाग और आईआईटी कानपुर में डिजाइन कार्यक्रम के दो छात्रों ने किया। टॉयकैथॉन 2021 को संयुक्त रूप से शिक्षा मंत्रालय, डब्ल्यूसीडी मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, डीपीआईआईटी, कपड़ा मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और एआईसीटीई द्वारा 5 जनवरी 2021 को अभिनव खिलौनों और खेलों के विचारों का समर्थन करने के लिए लॉन्च किया गया था। प्रो. बंद्योपाध्याय ने इस बात पर जोर दिया कि फाउंडेशन ऑफ रिसर्च एंड इनोवेशन इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (FIRST- IITK) आई आई टी कानपुर और डिजाइन प्रोग्राम, आईआईटी (IIT) कानपुर के बीच सहयोग और MSME से वित्तीय सहायता के समर्थन से वास्तव में भारत के आधुनिक खिलौना उद्योग को बदल सकता है, फ़िलहाल इस क्षेत्र में सस्ते आयातित सामानों का प्रभुत्व है जो अत्यधिक अस्थिर भी हैं।

About rionews24

Check Also

KNIT : अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर हुआ संगोष्ठी का आयोजन

सुल्तानपुर। कमला नेहरु प्रौधोगिकी संस्थान के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में अन्तर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस उत्साहपूर्वक मनाया …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *