कानपुर नगर। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद अटारी जोन 3 कानपुर में सोमवार को आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत दलहनी फसलों में पादप संरक्षण विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ. कृष्ण कुमार, कुलपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा समस्तीपुर बिहार मुख्य अतिथि रहे। कार्यशाला में कुलपति ने फसलों में रोग प्रबंधन विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला दी। उन्होंने बताया कि मृदा के अच्छे स्वास्थ्य में जीवाणुओं का अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि दलहनी फसलें उगाने से मृदा समृद्ध होती है। शारीरिक स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ मिट्टी का होना आवश्यक है। आज के समय के हिसाब से सूक्ष्म जीवाणुओं के कंसोर्टिया का उपयोग कर मिट्टी में जैव कार्बन की मात्रा बढ़ाई जा सकती है। डॉ. कृष्ण कुमार ने इन विषयों पर विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर निदेशक डॉ. यू. एस. गौतम ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। प्रधान वैज्ञानिक डॉ. शांतनु कुमार दुबे एवं डॉ. राघवेंद्र सिंह कार्यशाला में उपस्थित रहे। उत्तर प्रदेश के समस्त कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों ने कार्यशाला में ऑनलाइन प्रतिभाग किया।
