कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में चल रहे चार दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में आए कृषकों एवं वैज्ञानिकों ने आज विश्वविद्यालय के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्रों के प्रक्षेत्रों का भ्रमण किया। इसी के साथ आज जलवायु परिवर्तन एवं उद्यानिकी फसलों के सतत विकास पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन भी हुआ। राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रतिभाग करने वाले वैज्ञानिकों एवं किसानों ने कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर, कन्नौज एवं फतेहपुर के प्रक्षेत्रों का भ्रमण किया। तथा प्रक्षेत्र ऊपर उगाई जा रही जैव संवर्धित सब्जियों के उत्पादन की तकनीक को समझा।
इस अवसर पर निदेशक प्रसार/ समन्वयक डॉ. ए. के. सिंह ने किसानों को बताया कि पोषक आहार मानव शरीर की संपूर्ण वृद्धि एवं विकास के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जैव संवर्धित सब्जियों को उगाकर कुपोषण की स्थिति से बचा जा सकता है।यह सबसे सस्ता और सरल उपाय हैं। डॉक्टर सिंह ने एक सवाल के जवाब में बताया कि मेटाबॉलिक प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से खाद्य फसलों में सूक्ष्म पोषक तत्वों का संवर्धन जैव संवर्धन कहलाता है। इस दौरान प्रक्षेत्रों पर स्थापित मधुमक्खी पालन इकाई, वर्मी कंपोस्ट इकाई, एजोला इकाई एवं पौध संरक्षण इकाइयों का भी भ्रमण किया गया। कृषकों ने इन इकाइयों की तकनीकी एवं बारीकियों को समझा।
कार्यक्रम के सचिव डॉ. करम हुसैन ने बताया कि 4 दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में 3 दिनों में 150 से अधिक शोध पत्रों का प्रस्तुतीकरण देश के विभिन्न राज्यों से आए उत्कृष्ट वैज्ञानिकों द्वारा किए गए। कार्यक्रम के अंतिम दिन आज कृषि विज्ञान केंद्रों के प्रक्षेत्रों के भ्रमण के उपरांत कार्यक्रम का समापन हुआ। कुलपति डॉक्टर डी.आर. सिंह ने सभी आए अतिथियों को सुखद यात्रा हेतु शुभकामनाएं दी।