नई दिल्ली। तमिलनाडु में कुन्नूर के करीब सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया जिसमें 13 लोगों की जान चली गई है। इसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल हैं। हेलीकॉप्टर में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका सहित कुल 14 लोग सवार थे। सभी के पार्थिव शरीर कल शाम तक दिल्ली पहुंचाये जाएंगे।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार शुक्रवार, 10 दिसंबर को दिल्ली छावनी में किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर के कल शाम तक एक सैन्य विमान से राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने की उम्मीद है। शवों को शुक्रवार को उनके घर लाया जाएगा और लोगों को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक अंतिम सम्मान देने की अनुमति दी जाएगी। इसके बाद एक अंतिम संस्कार जुलूस निकाला जाएगा, जो कामराज मार्ग से दिल्ली छावनी में बरार स्क्वायर श्मशान तक जाएगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस रावत के निधन पर शोक जताया। उन्होंने ट्वीट किया, तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस रावत और उनकी पत्नी व 11 अन्य अधिकारियों के निधन से बेहद दुखी हूं। उनका असमय निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
इस हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं। उन्हें वेलिंगटन सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हेलीकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे। विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान Mi-17V5 के पायलट थे जो CDS जनरल बिपिन रावत सहित 14 लोगों के साथ दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वह 109 हेलीकॉप्टर यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर थे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोहरे और खराब मौसम की वजह से वायुसेना का Mi-17V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दिए गए हैं। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी।