नई दिल्ली। संसदीय राजभाषा समिति की तीसरी उप समिति द्वारा शनिवार को कर्मचारी राज्य बीमा निगम, मुख्यालय का राजभाषा कार्यान्वयन निरीक्षण किया गया। साथ ही भारतीय चिकित्सा एवं होम्योपैथी भेषज संहिता आयोग, गाजियाबाद; दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लि., मुंडका डिपो, नई दिल्ली तथा संयुक्त मुख्य विस्फोटक नियंत्रक, पेट्रोलियम तथा विस्फोटक सुरक्षा संगठन, आगरा का भी राजभाषा कार्यान्वयन निरीक्षण किया गया। भर्तृहरि महताब, सांसद व उपाध्यक्ष, संसदीय राजभाषा समिति द्वारा बैठक की अध्यक्षता की गयी। डॉ. मनोज राजोरिया, सांसद, डॉ. अमी यजनिक, सांसद, कांता कर्दम, सांसद एवं सरोज पांडेय, सांसद बतौर सदस्य इस निरीक्षण में उपस्थित रहे। इस बैठक का समन्वय कार्यालय कर्मचारी राज्य बीमा निगम मुख्यालय रहा।
अनुराधा प्रसाद, महानिदेशक, क.रा.बी.नि., मनोज कुमार शर्मा, बीमा आयुक्त, क.रा.बी.नि., अवधेश प्रताप सिंह, संयुक्त मुख्य विस्फोटक नियंत्रक, पेट्रोलियम तथा विस्फोटक सुरक्षा संगठन, प्रदीप कुमार प्रजापति, प्रभारी निदेशक, भारतीय चिकित्सा एवं होम्योपैथी भेषज संहिता आयोग एवं बृजेश कुमार द्विवेदी, डिपो प्रभारी प्रबंधक, दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड भी इस निरीक्षण बैठक में उपस्थित हुए।
सभी कार्यालयों द्वारा हिंदी के कार्यों से संबंधित प्रदर्शनी भी इस अवसर पर लगाई गई जिसमें उनकी नियम-पुस्तकें, बैनर, पोस्टर, फाइलें इत्यादि प्रमुख रूप से प्रदर्शित किए गए। समिति ने इस संबंध में कुछ अति महत्वपूर्ण दिशा निर्देश एवं सुझाव दिए जिससे वे राजभाषा कार्यान्वयन में लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें। यह भी निर्देशित किया कि समस्त कार्यालयीन काम राजभाषा में किया जाना है और इसके लिए गंभीर प्रयास किए जाएं। माननीय समिति ने कामकाज में कमियों को दूर करने के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं जिससे विभिन्न कार्यालय राजभाषा कार्यान्वयन में भारत सरकार द्वारा दिए गए लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।
बता दें, संसदीय राजभाषा समिति देश की राजभाषायी निरीक्षण के संबंध में उच्चाधिकार प्राप्त सर्वोच्च समिति है।