नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को सोमवार को संसद में विदाई दी गई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर पक्ष व विपक्ष के सभी नेता मौजूद रहे। उपराष्ट्रपति नायडू का कार्यकाल बुधवार, 10 अगस्त को खत्म हो रहा है। जगदीप धनखड़ 11 अगस्त को पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, सदन के लिए ये बहुत भावुक पल है। सदन के कितने ही ऐतिहासिक पल आपकी गरिमामयी उपस्थिति से जुड़े हैं। आपका जज्बा और लगन हम लोगों ने निरंतर देखी है। मैं प्रत्येक माननीय सांसद और देश के हर युवा से कहना चाहूंगा कि वो समाज, देश और लोकतंत्र के बारे में आपसे बहुत कुछ सीख सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, आपने हर काम में नए प्राण फूंकने का प्रयास किया है। सदन के सभापति के रूप में हमने आपको अलग-अलग जिम्मेदारियों में बड़ी लगन से काम करते हुए देखा है। आपने कभी भी किसी काम को बोझ नहीं माना। व्यक्तिगत रूप से मेरा ये सौभाग्य रहा है कि मैंने बड़े निकट से आपको अलग-अलग भूमिकाओं में देखा है। मुझे आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने का भी मुझे सौभाग्य मिला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आज सदन में स्पीकर, राष्ट्रपति वही लोग हैं जो आजाद भारत में पैदा हुए। सभी साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं। इसका सांकेतिक महत्व है। ये देश में नए युग का प्रतीक है। नायडू देश के ऐसे उप-राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने अपनी हर भूमिका में युवाओं के लिए काम किया। सदन में भी युवा सांसदों को आगे बढ़ाया। युवाओं के संवाद के लिए यूनिवर्सिटीज और इंस्टिट्यूशंस लगातार जाते रहे। इनका नई पीढ़ी के साथ निरंतर कनेक्ट बना रहा है।