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आई आई टी कानपुर : स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर जून में दस ऑक्सीजन संयंत्र करेगा स्थापित

कानपुर। भारतीय स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी), आईआईटी कानपुर जून में दस ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करेगा। बता दें, स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर ने वैश्विक मानकों के अनुरूप स्वदेशी विनिर्माण को बढ़ावा देने के व्यापक उद्देश्य के साथ, भारत में ऑक्सीजन संकट को दूर करने के लिए मई 2021 में मिशन भारत O2 लॉन्च किया था। यह पहल प्रो० अमिताभ बंद्योपाध्याय, प्रोफेसर इंचार्ज, इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन, आई.आई.टी कानपुर, श्रीकांत शास्त्री, निदेशक, फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड रिसर्च इन साइंस & टेक्नोलॉजी आईआईटी- के (FIRST-IITK) और अध्यक्ष, I3G एडवाइजरी नेटवर्क और राहुल पटेल, स्ट्रैटेजिक इनिशिएटिव्स के नेतृत्व में की गयी थी। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, एसआईआईसी, आईआईटी की टीम ने पिछले साल, कोविड-19 की पहली लहर के दौरान, नोकार्क रोबोटिक्स के साथ केवल 90 दिनों में एक इनवेसिव आईसीयू वेंटिलेटर देने के लिए तेजी से काम किया और सफल हुए। जैसे ही दूसरी लहर ग्रामीण क्षेत्रों में पहुँची, टीम ने सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की उभरती आवश्यकताओं के अनुकूल होने के लिए अपने कार्यप्रणाली को बदलने का फैसला किया। एक एसआईआईसी इनक्यूबेटी, एआईपीएल ने ऑक्सीजन संयंत्र के लिए डिजाइन विकसित किया है और जो की साथ ही एक विनिर्माण भागीदार भी है। एसआईआईसी चार अन्य साझेदार निर्माताओं के साथ काम करेगा: अवध रेल इंफ्रा लिमिटेड (तमिलनाडु), पुलमैन इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड (पश्चिम बंगाल), एनर्जी पैक बॉयलर्स प्राइवेट लिमिटेड (गुजरात), और इंटरनेशनल सिलेंडर्स प्राइवेट लिमिटेड (हिमाचल प्रदेश)। तैयार उत्पाद की व्यापक उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक निर्माता को देश के एक अलग हिस्से से चुना गया है। यह योजना चयनित निर्माताओं के लिए एक खाका तैयार करेगी, जो जून 2021 के अंत तक दस संयंत्र स्थापित करेंगे और आने वाले महीनों में 50 संयंत्र और स्थापित करेंगे। स्थानीय अस्पतालों और प्रशासन के साथ एसआईआईसी के मजबूत संबंध सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली का समर्थन करने के उनके संयुक्त प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए एसआईआईसी 250 LPM और 500 LPM क्षमता के ऑक्सीजन संयंत्रों के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करेगा। 

प्रोफेसर अमिताभ बंद्योपाध्याय कहा कि कोविड-19 की पहली लहर के दौरान, एसआईआईसी और उसकी कंपनियों ने स्वासा N-95 मास्क और Noccarc V310 ICU वेंटिलेटर प्रदान किए। स्थानीय रूप से विकसित दोनों उत्पाद भारतीय निर्माता की तात्कालिकता के समय प्रतिक्रिया देने की क्षमता के लिए एक नजीर थे। मिशन भारत O2 के साथ हम स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को विश्वस्तरीय चिकित्सा बुनियादी ढांचे से लैस करने के लिए तत्पर हैं।

मिशन भारत O2 के सह-नेतृत्व श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि, नवप्रवर्तन की सच्ची भावना पारिस्थितिकी तंत्र की गतिशील मांगों के अनुकूल नवप्रवर्तनकर्ता की क्षमता में निहित है। कोविड-19 महामारी ने हमें भारत की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए स्थानीय विनिर्माण परिदृश्य की अप्रयुक्त क्षमता का लाभ उठाने की अनुमति दी है। हमारा मानना है कि मिशन भारत O2 स्थानीय विनिर्माण को नया आयाम प्रदान करने के लिए कार्यप्रणाली तैयार करेगा। एसआईआईसी आई, आई टी कानपुर का लक्ष्य भारत को उसकी सीमाओं के भीतर विकसित गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य उपकरणों के एक आत्मनिर्भर उर्जाकेन्द्र में बदलना है। मिशन भारत O2 उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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