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रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास के लिए आईआईटी कानपुर और भेल (BHEL) ने किया समझौता

कानपुर नगर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) ने भारतीय रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों में उभरते अवसरों पर संयुक्त रूप से काम करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए है। दोनों पक्ष सैद्धांतिक रूप से भारतीय रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों में अवसरों को संबोधित करने के लिए पारस्परिक रूप से सहमत क्षेत्रों में सहयोग करने, अनुसंधान और विकास को आगे बढ़ाने और घटकों, उप-संयोजनों और प्रणालियों या उपकरणों के निर्माण और आपूर्ति में सहयोग करने के लिए सहमत हुए। 

समझौता ज्ञापन पर भेल की ओर से कार्यकारी निदेशक जय प्रकाश श्रीवास्तव और आईआईटी कानपुर की ओर से अनुसंधान एवं विकास के डीन, प्रोफेसर ए० आर० हरीश ने हस्ताक्षर किए। भेल टीम में पी. सी. झा (कार्यकारी निदेशक-भेल हरिद्वार यूनिट), परवेज अहमद और रोहित बंसल भी शामिल थे; जबकि आईआईटी कानपुर की टीम में प्रो. मनिंद्र अग्रवाल, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग; प्रो. दीपू फिलिप, औद्योगिक और प्रबंधन इंजीनियरिंग विभाग और अवंती जोशी और श्रेया मिश्रा, कॉर्पोरेट संबंध और संचार (सीआरसी) सेल, आर एंड डी कार्यालय, आईआईटी कानपुर के प्रतिनिधि शामिल थे ।

एमओयू पर टिप्पणी करते हुए, आईआईटी कानपुर के निदेशक, प्रोफेसर अभय करंदीकर ने कहा, ‘रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र, भारत में सबसे तेजी से विकसित होने वाले क्षेत्रों में से दो हैं। आईआईटी (IIT) कानपुर इन क्षेत्रों में सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ निजी संगठनों के साथ विभिन्न रणनीतिक साझेदारी और बहु-अनुशासनात्मक सहयोग में शामिल रहा है। बीएचईएल के साथ यह समझौता संस्थान के लिए एक और महत्वपूर्ण समझौते को साकार करने का सफर शुरू करता है। दोनों संगठन राज्य के साथ-साथ राष्ट्र के रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए एकजुट प्रयासों पर जोर देने के लिए अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठाएंगे। यह निश्चित रूप से एक आत्मनिर्भर भारत के लिए इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विकास के बहु-विषयक रास्ते तलाशने की दिशा में कदमों को गति देगा।’

प्रो. मनिंद्र अग्रवाल, प्रोफेसर, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी कानपुर ने कहा, ‘भेल के साथ रक्षा और एयरोस्पेस डोमेन में अनुसंधान और विकास पर सहयोगात्मक रूप से काम करने के लिए यह समझौता राज्य और राष्ट्र के उत्थान के लिए इन क्षेत्रों में विकास के अवसर पैदा करने के हमारे संकल्प को मजबूत करेगा। हम इन क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण स्वदेशी उपकरणों, और प्रणालियों को विकसित करने के लिए तालमेल के साथ काम करेंगे।’

दोनों पक्षों ने मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) प्रौद्योगिकियों, यूएवी इंजन, मीडियम ऐल्टिटूड लॉन्ग एंडुरेंस (MALE) श्रेणी के समग्र फिक्स्ड-विंग यूएवी के निर्माण, साइबर सुरक्षा, आदि जैसे सहयोग के महत्वपूर्ण तकनीकी रास्ते की पहचान की है। आईआईटी कानपुर भारत में यूएवी अनुसंधान और विकास क्षेत्र में काम करने वाले अग्रणी संस्थानों में से एक है, जबकि भेल ने बड़े उत्पादों / प्रणालियों के निर्माण में अपना नेतृत्व स्थापित किया है। यह पारस्परिक सहयोग उत्तर प्रदेश के साथ-साथ राष्ट्र के लिए ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन के तहत स्वदेशी सामर्थता और आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लक्ष्य को पूरा करेगा। यह सहयोग आईआईटी कानपुर में प्रौद्योगिकी विकास और भेल में विनिर्माण के साथ उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक कॉरिडोर पहल को भी गति प्रदान करेगा । दोनों पक्षों ने समझौता ज्ञापन के तहत परिकल्पित प्रमुख लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दोनों संगठनों के सदस्यों का एक कार्यकारी समूह स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की। 

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